Thursday, October 31, 2013

SHAYARI

मैं लिखता नहीं मुझको लिखाती हैं वो
मैं पीता नहीं मुझको पिलाती हैं वो
शायर भी हैं वो और साक़ी भी हैं
गुल भी हैं और गुलों की ताज़गी भी हैं
उन आँखों का जादू तब तक सलामत रहे
अर्श पे सितारों की जब तक हुकूमत रहे

Credits : tumbhi

1 comment:

Samvart said...

Your writing is good..
I also write but not as good your is…
Hats off...

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